सिखाने वाले बहुत सीखता रोज नई लेकिन लगता बामन कुछ भी जानता नहीं।। सिखाने वाले बहुत सीखता रोज नई लेकिन लगता बामन कुछ भी जानता नहीं।।
मेरी कलम ने पिछले जन्म बड़ा उपकार किया होगा जिसने शब्दों में पिता को उतार दिया होगा मेरी कलम ने पिछले जन्म बड़ा उपकार किया होगा जिसने शब्दों में पिता को उत...
उभरे लहू को कागज़ पर उड़ेलती हूँ तब ऐसे दिल के ज़ख्मों पर मरहम करती हूँ। उभरे लहू को कागज़ पर उड़ेलती हूँ तब ऐसे दिल के ज़ख्मों पर मरहम करती हूँ।
फिर से जियेंगे उस मौत को, जिसे लोग ज़िंदगी कहते हैं ! फिर से जियेंगे उस मौत को, जिसे लोग ज़िंदगी कहते हैं !
जकड़ी हुई है बेड़ियों मे परतंत्रता ने छीन लिया है इसके रूप को जकड़ी हुई है बेड़ियों मे परतंत्रता ने छीन लिया है इसके रूप को
नारी जिसे खुले आसमान में उड़ना है नारी जिसे खुले आसमान में उड़ना है